अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। आज की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में नींद ना आना यानी Insomnia एक आम समस्या बन चुकी है। कई लोग घंटों बिस्तर पर लेटकर भी गहरी नींद नहीं ले पाते। लगातार नींद की कमी से शरीर और मन दोनों प्रभावित होते हैं।
आधुनिक शोध बताते हैं कि लगभग 33% वयस्कों को नींद से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार अच्छी नींद (निद्रा) स्वास्थ्य के तीन स्तंभों में से एक है। बिना पर्याप्त नींद के, न तो शरीर स्वस्थ रह सकता है और न ही मन शांत।
नींद ना आने के कारण (Causes of Insomnia)
- लगातार तनाव और चिंता
- मोबाइल और स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल
- असंतुलित खानपान
- देर रात तक काम या पढ़ाई
- कुछ दवाइयों का असर
- पेट और पाचन संबंधी समस्या
नींद की कमी के लक्षण (Symptoms)
- रात में बार-बार नींद खुलना
- सुबह उठने पर थकान महसूस होना
- दिन में नींद आना और काम में ध्यान ना लगना
- मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
- याददाश्त और सोचने की क्षमता पर असर
Neend Na Aane Ka Ayurvedic Ilaj
आयुर्वेद में Insomnia को अनिद्रा कहा गया है। इसका सीधा संबंध मन और शरीर के असंतुलन से है। यहां कुछ असरदार आयुर्वेदिक नुस्खे दिए गए हैं:
1. अश्वगंधा
अश्वगंधा को प्राकृतिक तनाव नाशक माना जाता है। यह मानसिक शांति लाकर गहरी नींद लाने में मदद करता है। रात को सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ अश्वगंधा चूर्ण लेना लाभकारी है।
2. ब्राह्मी
ब्राह्मी मस्तिष्क को शांत करती है और नर्वस सिस्टम को संतुलित करती है। इससे तनाव कम होता है और नींद जल्दी आने लगती है।
3. जटामांसी
जटामांसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो नर्व टॉनिक के रूप में जानी जाती है। यह चिंता और अनिद्रा दोनों को दूर करती है।
4. गर्म दूध
रात को सोने से पहले हल्दी या इलायची डालकर गर्म दूध पीना नींद लाने का सबसे आसान घरेलू उपाय है।
5. तेल मालिश (Abhyanga)
सरसों, नारियल या तिल के तेल से सिर और पैरों की हल्की मालिश करने से नींद जल्दी आती है। यह नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता है।
नींद लाने के घरेलू उपाय
- सोने से पहले हल्का गुनगुना पानी पीएं।
- रोजाना रात को 10 बजे से पहले सोने की आदत डालें।
- सोने से 1 घंटे पहले मोबाइल और टीवी बंद करें।
- गहरी सांसों की प्राणायाम (अनुलोम-विलोम) करें।
- सोने का कमरा शांत, ठंडा और अंधेरा रखें।
आयुर्वेदिक डाइट टिप्स
Insomnia से बचने के लिए खानपान में बदलाव करना भी जरूरी है।
- रात को हल्का और सुपाच्य भोजन करें।
- तले-भुने और मसालेदार भोजन से बचें।
- कैफीन (कॉफी, चाय) का सेवन रात को बिल्कुल न करें।
- खजूर, दूध और मूंग दाल जैसी चीजें आहार में शामिल करें।
आधुनिक जीवनशैली और नींद
आज के समय में मोबाइल और लैपटॉप ने नींद छीन ली है। देर रात तक स्क्रीन पर स्क्रॉलिंग करना अनिद्रा को बढ़ावा देता है। इसलिए “डिजिटल डिटॉक्स” बेहद जरूरी है। सोने से कम से कम 1 घंटा पहले स्क्रीन बंद कर दें।
योग और प्राणायाम
योगासन और प्राणायाम से मन और शरीर संतुलित रहता है। विशेषकर शवासन, वज्रासन और भ्रामरी प्राणायाम नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
नींद हमारी सेहत की नींव है। अगर आप लंबे समय से Insomnia से परेशान हैं, तो जीवनशैली में बदलाव और आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर बड़ी राहत पा सकते हैं। लेकिन समस्या लगातार बनी रहे, तो आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
“तनाव कम करें, सही खानपान लें और प्रकृति के नुस्खों पर भरोसा रखें – नींद खुद-ब-खुद गहरी और सुकून भरी हो जाएगी।”

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