रात के 2 बज गए हैं... पूरा शहर सो रहा है, पर आप जाग रहे हैं। क्या आप भी बेवजह जागने वालों में से हैं? चिंता मत कीजिए, इस ब्लॉग में मिलेगा पूरी तरह आयुर्वेदिक इलाज – बिना किसी साइड इफेक्ट के!
😴 Neend Kyun Nahi Aati? (लक्षण और कारण)
- तनाव, चिंता और ओवरथिंकिंग
- मोबाइल/स्क्रीन का अधिक उपयोग
- देर रात भारी भोजन
- कैफीन, चाय या धूम्रपान
- शारीरिक गतिविधि की कमी
🪔 आयुर्वेदिक उपाय जो आपकी नींद लौटा सकते हैं
- Ashwagandha: तनाव कम करता है। 1 चमच गुनगुने दूध में रात्रि में लें।
- Brahmi: मस्तिष्क को शांत करता है। चाय या कैप्सूल के रूप में लें।
- Shankhpushpi Syrup: रात्रि में 2 चमच बिना पानी के लें।
- Desi Ghee + Mishri: सोने से पहले 1 चमच चाटें।
- Shirodhara Therapy: सिर पर आयुर्वेदिक तेल की धारा (Panchkarma)।
⚠️ सावधानियां जो जरूरी हैं:
- सोते समय मोबाइल न देखें
- रात में भारी खाना न खाएं
- रात में चाय/कॉफी या सिगरेट न लें
- दिन में जरूरत से ज्यादा न सोएं
📅 7 दिन का आयुर्वेदिक नींद रूटीन:
| दिन | सुबह | दोपहर | रात |
|---|---|---|---|
| 1 | Brahmi Tea | हल्का भोजन | Ashwagandha + ध्यान |
| 2 | हल्का योग | फलाहार | Shankhpushpi Syrup |
| 3 | तेल मालिश | No Nap | Ghee + Mishri |
📌 निष्कर्ष:
नींद ना आना कोई बिमारी नहीं है, पर इसे नजरअंदाज करना जिंदगी का सुकून छीन सकता है। आयुर्वेदिक उपाय आपकी बॉडी, माइंड और आत्मा को एक लय में लाते हैं जिससे नींद खुद ब खुद लौट आती है।
💬 आपका अनुभव क्या है?
क्या आपने इनमें से कोई उपाय आजमाया है? कमेंट बॉक्स में बताइए – हम जवाब देंगे और नई सलाह भी देंगे!

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