सोचिए, एक साधु जो हिमालय में तप कर रहा है – सैकड़ों साल से जिंदा है।
वहीं हम? 35 की उम्र में बाल झड़ने लगते हैं, 40 में शुगर, और 50 में घुटनों में दर्द।
क्यों? क्योंकि हमने वो 5 गलतियाँ पकड़ ली हैं, जिनसे हमारे ऋषि-मुनि हमेशा बचते थे।
आइए, आयुर्वेद की रोशनी में जानते हैं – वो कौन-से 5 काम हैं जो हमारी उम्र को चुपचाप कम करते जा रहे हैं।
1. हर बात पर गुस्सा करना
“गुस्सा आग है, जो पहले तुम्हें जलाती है, फिर दूसरों को।”
आयुर्वेद कहता है – गुस्सा हमारे पाचन तंत्र को बिगाड़ता है, नींद उड़ाता है और दिल को कमजोर करता है।
- शरीर में पित्त बढ़ता है
- रक्तचाप असंतुलित होता है
- आयु घटती है
क्या करें? रोज़ 5 मिनट गहरी साँस लें और “मैं शांत हूँ” मंत्र दोहराएं।
2. बिना सोचे जो मन में आया, खा लेना
“हम जो खाते हैं, वही हमारी उम्र तय करता है।”
बासी, पैकेट वाला और जंक फूड शरीर को अंदर से धीमा ज़हर देता है।
क्या करें? हल्का, ताज़ा और घर का बना भोजन लें। हफ्ते में एक दिन फलाहार रखें।
3. रात को जागना और दिन में सोना
“रात ईश्वर ने आराम के लिए बनाई है, मोबाइल चलाने के लिए नहीं।”
जो लोग रातभर जागते हैं – उनका शरीर जल्दी थकता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है और बाल-सKIN बूढ़ी हो जाती है।
क्या करें? रात 10 बजे तक सो जाएं, और दिन में 20 मिनट से ज़्यादा न सोएं।
4. शारीरिक और मानसिक ऊर्जा की बर्बादी
“वीर्य और मन की शांति – दोनों बचा लिए, तो दीर्घायु पक्की।”
अत्यधिक मैथुन, वासना और चिंता शरीर को कमजोर करती है।
क्या करें? संयम, ध्यान और सकारात्मक कार्यों में ऊर्जा लगाएं।
5. माता-पिता और गुरु का अनादर
“जिस घर में बड़ों का आदर नहीं, वहां लक्ष्मी और दीर्घायु कभी नहीं ठहरते।”
बड़ों का आशीर्वाद ही असली सुरक्षा कवच है। जो उनका अनादर करता है, वह आध्यात्मिक और मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है।
क्या करें? रोज़ चरण स्पर्श करें, और बड़ों की बातों को सुनें – वहीं सच्चा ज्ञान है।
निष्कर्ष:
दीर्घायु बनना है? तो कोई जादू की गोली नहीं चाहिए। बस इन 5 कामों से बचिए — और जीवन को थोड़ा अनुशासन दीजिए।
“जो नियम से जिए, वही सदी पार करे।”
लेखक: योगेश | ब्लॉग: ayurved by yogesh ji


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