1. उषापान (Usha Paan) – सुबह का पहला अमृत 💧
अष्टांग हृदयम् के अनुसार, प्रातःकाल सबसे पहले गुनगुना जल पीना शरीर को शुद्ध करता है। इसे ही उषापान कहा गया है।
- पाचन अग्नि को प्रज्वलित करता है।
- रातभर जमा हुए विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है।
- त्वचा में निखार और मस्तिष्क में ताजगी लाता है।
Ayurved by Yogesh Ji इसे “दिन की ऊर्जा का पहला स्रोत” मानते हैं।
2. जीभ की सफाई और तेल खींचना 🦷
चरक संहिता कहती है कि जीभ पर जमा मैल ही कई रोगों की जड़ है। इसलिए सुबह उठते ही जीभ को खुरचकर साफ करना जरूरी है। Ayurved by Yogesh Ji के अनुसार, तेल खींचना (Oil Pulling) रोज़ाना अपनाने से दांत मजबूत और पाचन बेहतर होता है।
- दांत और मसूड़े मजबूत बनते हैं।
- मुंह की दुर्गंध दूर होती है।
- गले और पाचन पर सकारात्मक असर पड़ता है।
3. त्राटक (Tratak) – नेत्र और मन की शुद्धि 👁️
हठयोग प्रदीपिका में त्राटक को मानसिक शांति और नेत्रज्योति बढ़ाने वाली क्रिया बताया गया है। सुबह दीपक की लौ या बिंदु पर एकटक देखने से:
- आंखों की रोशनी तेज होती है।
- ध्यान और एकाग्रता बढ़ती है।
- मन में स्थिरता आती है।
Ayurved by Yogesh Ji की सलाह है कि त्राटक को प्रतिदिन 2-3 मिनट करें।
4. हल्का योग और प्राणायाम 🧘♂️
सुबह का समय योग और प्राणायाम के लिए सर्वोत्तम माना गया है। सुश्रुत संहिता में भी बताया गया है कि प्रातःकाल व्यायाम करने से शरीर दीर्घायु और निरोगी रहता है।
- 5-10 बार सूर्य नमस्कार करें।
- अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम अपनाएँ।
- तनाव दूर, मन प्रसन्न और शरीर सशक्त।
Ayurved by Yogesh Ji कहते हैं – "दिन की ऊर्जा का असली रहस्य सुबह का योग है।"
5. पौष्टिक नाश्ता – बल और ओज का स्रोत 🍎
चरक संहिता कहती है — "सात्विक आहार ही आयुर्वेदिक दिनचर्या का आधार है।" सुबह का नाश्ता हल्का और पौष्टिक होना चाहिए।
- फलों, दूध, दही और मेवे को शामिल करें।
- भारी और तैलीय भोजन से बचें।
- हर्बल चाय या ग्रीन टी पी सकते हैं।
Ayurved by Yogesh Ji इसे "बल और ओज का पहला आधार" मानते हैं।
6. ध्यान और सकारात्मक सोच 🧠
आयुर्वेद केवल शरीर नहीं बल्कि मन की शुद्धि पर भी जोर देता है। सुबह 5-10 मिनट ध्यान करने से:
- तनाव और चिंता कम होती है।
- आत्म-विश्वास और आत्म-बल बढ़ता है।
- दिनभर मानसिक ऊर्जा बनी रहती है।
Ayurved by Yogesh Ji कहते हैं – "ध्यान ही सुबह की सबसे बड़ी औषधि है।"
7. दिन की योजना और संकल्प 🌞
अष्टांग हृदयम् में वर्णन है कि प्रातःकाल अपने दिनचर्या का संकल्प करने से जीवन में अनुशासन और सफलता आती है। Ayurved by Yogesh Ji भी मानते हैं कि सुबह का संकल्प जीवन की दिशा तय करता है।
निष्कर्ष
सुबह की शुरुआत सिर्फ उठने का समय नहीं, बल्कि जीवन का ऊर्जा केंद्र है। आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, उषापान, जीभ सफाई, त्राटक, योग-प्राणायाम, पौष्टिक नाश्ता, ध्यान और संकल्प — ये 7 नियम न केवल आपके शरीर बल्कि आपके मन को भी निरोगी और ताजगी से भर देंगे। Ayurved by Yogesh Ji आपको यही प्रेरणा देते हैं कि आज ही इन आदतों को अपनाएँ और अनुभव करें सच्चा आयुर्वेदिक स्वास्थ्य। 🌿
👉 यह पोस्ट Ayurved by Yogesh Ji द्वारा लिखी गई है। क्या आपने इनमें से कोई आदत अपनाई है? नीचे कमेंट करें और इस पोस्ट को शेयर करें। 💬

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